वस्त्र मूक होते हैं
यदि वस्त्र बोल सकते
तो कहते
क्षमा करिये
हम आत्मा पर लगे दाग़
नहीं छुपा सकते !
टि्वंकल तोमर सिंह,लखनऊ।
दीवाली पर कुछ घरों में दिखते हैं छोटे छोटे प्यारे प्यारे मिट्टी के घर माँ से पूछते हम क्यों नहीं बनाते ऐसे घर? माँ कहतीं हमें विरासत में नह...
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