अहम
कभी अहम्
चढ़ बैठता है
हृदय पर !
कभी हृदय
हावी हो जाता है
अहम् पर!
अहम् पर
दांव लगाने वाले
कसक बटोर पाते है
अपनी पोटली में !
अहम् हार कर
खेलने वाले जुआरी
खाली हाथ नहीं
हृदय जीत के जाते है !
©® Twinkle Tomar
कभी अहम्
चढ़ बैठता है
हृदय पर !
कभी हृदय
हावी हो जाता है
अहम् पर!
अहम् पर
दांव लगाने वाले
कसक बटोर पाते है
अपनी पोटली में !
अहम् हार कर
खेलने वाले जुआरी
खाली हाथ नहीं
हृदय जीत के जाते है !
©® Twinkle Tomar
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