Monday 2 July 2018

अहम

अहम

कभी अहम्
चढ़ बैठता है
हृदय पर !

कभी हृदय
हावी हो जाता है
अहम् पर!

अहम् पर
दांव लगाने वाले
कसक बटोर पाते है
अपनी पोटली में !

अहम् हार कर
खेलने वाले जुआरी
खाली हाथ नहीं
हृदय जीत के जाते है !

©® Twinkle Tomar 

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