ईश्वर के संविधान में शासन का
एक नियम 'बोल्ड' अक्षरों में लिखा है- 'क्षरण'
काम करो, क्षरण भोगो
काम मत करो
शरीर एक मशीन है, मोर्चा खाओ!
घोर परिहास...
संसार की सारी व्यस्तता
मात्र एक सम्मानजनक क्षरण पाने के लिए ?
~ टि्वंकल तोमर सिंह,लखनऊ।
1. नौ द्वारों के मध्य प्रतीक्षारत एक पंछी किस द्वार से आगमन किस द्वार से निर्गमन नहीं पता 2. कहते हैं संयोग एक बार ठक-ठक करता है फिर मुड़ कर...