मन में कुछ अवरोध हो तो
बन्द खिड़कियाँ
हर आवागमन पर बैठा देतीं हैं
लाल सिग्नल
व्यतीत होते हुये अंतरिक्ष ने
हर उत्सव के साक्षी होने का
चौखट पार दे रखा था
हरा सिग्नल
~टि्वंकल तोमर सिंह,लखनऊ।
1. नौ द्वारों के मध्य प्रतीक्षारत एक पंछी किस द्वार से आगमन किस द्वार से निर्गमन नहीं पता 2. कहते हैं संयोग एक बार ठक-ठक करता है फिर मुड़ कर...
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