छल ढूँढता है
अपने से निर्बल
धोखाधड़ी के लिए
पर प्रेम में उससे
सशक्त रहकर भी
तुम छल ली जाओगी
स्त्रियाँ जुआ खेलती हैं
प्रेम की चौपड़ पर
सोने की मुहरों को
मिट्टी करने को !!
~टि्वंकल तोमर सिंह,लखनऊ।
चित्र : साभार गूगल
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