ख़ुद का लिखा पढ़ा है बाख़ुदा सौ दफ़े पढ़ा है
हर एक नुक़्ते पर कोई गुज़रा लम्हा टँगा है!
©® Twinkle Tomar Singh
दीवाली पर कुछ घरों में दिखते हैं छोटे छोटे प्यारे प्यारे मिट्टी के घर माँ से पूछते हम क्यों नहीं बनाते ऐसे घर? माँ कहतीं हमें विरासत में नह...
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