Wednesday 18 September 2019

नुक़्ता

ख़ुद का लिखा पढ़ा है बाख़ुदा सौ दफ़े पढ़ा है
हर एक  नुक़्ते पर  कोई  गुज़रा लम्हा टँगा है!

©® Twinkle Tomar Singh

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