Tuesday 18 May 2021

सिकंदर उदास था

नक्शे लेकर बैठता 
सिर झुकाये जाने क्या बुदबुदाता

सिकन्दर उदास था
उसके पास नहीं बचे
और देश जीतने के लिये

बस इसीलिए उदासी को
शुरू होते ही ख़त्म कर देना चाहिए! 

ये पूरा ब्रह्माण्ड लील जायेगी
फिर भी तुम ख़ुश न हो सकोगे!

~ टि्वंकल तोमर सिंह,लखनऊ। 


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