Sunday, 8 August 2021

घड़ी

बस चाभी भर दो
चौबीस घण्टे टिक-टिक
चलती रहेगी
घड़ी नहीं जानती 
कार्य के घण्टे होते हैं
बस आठ!

वो बिन चाभी की एक घड़ी है..
स्त्री भी कहाँ जानती है!
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~ टि्वंकल तोमर सिंह,लखनऊ। 

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