Saturday 26 January 2019

गणतंत्र दिवस

आज गणतंत्र दिवस था। लेकिन उसे पता तक नही था कि ये क्या होता है। उसे कभी स्कूल नही भेजा गया था। वो मंत्रमुग्ध सी अपने भाई को देख रही थी जो अपने स्कूल में होने वाली परेड और खेलकूद में भाग लेने के लिये तैयार हो रहा था। उसने सफ़ेद पैंट, सफ़ेद शर्ट पहन रखी थी और हाथ में तिरंगा रिबन बांध रहा था। आख़िर में उसने अपने गालों पर तिरंगा पेंट किया , अपनी बहन को चिढ़ाया और जोश से भारत माता की जय बोलते हुये भाग गया।
उसके जाने के बाद उसने ब्रश रंगों में डुबाया और अपने गालों पर एक तिरंगा पेंट कर लिया जो जल्द ही उसके आंसुओं से धुल गया।

Twinkle Tomar

No comments:

Post a Comment

द्वार

1. नौ द्वारों के मध्य  प्रतीक्षारत एक पंछी किस द्वार से आगमन किस द्वार से निर्गमन नहीं पता 2. कहते हैं संयोग एक बार ठक-ठक करता है फिर मुड़ कर...