बदलते मौसम के साथ युग पर युग बीत जाते हैं घायल अहम वाले एक तारीख़ पर अटके रह जाते है
Twinkle Tomar Singh
1. नौ द्वारों के मध्य प्रतीक्षारत एक पंछी किस द्वार से आगमन किस द्वार से निर्गमन नहीं पता 2. कहते हैं संयोग एक बार ठक-ठक करता है फिर मुड़ कर...
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