धरती तपती है,तो झुलाती होगी अपना बेना
झूमते क्यों भला यूँ ही, लहलहाते हुये ये पेड़
(बेना- हाथ का पंखा)
Twinkle Tomar Singh
1. नौ द्वारों के मध्य प्रतीक्षारत एक पंछी किस द्वार से आगमन किस द्वार से निर्गमन नहीं पता 2. कहते हैं संयोग एक बार ठक-ठक करता है फिर मुड़ कर...
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