Friday, 12 April 2019

कवितायें

कवितायें
जन्म लेती हैं
क्षोभ से !
नींव के लिये
चीरा लगे बिना
भूमि पर
इमारत भी तो
नही बनती!

Twinkle Tomar Singh

No comments:

Post a Comment

रेत के घर

दीवाली पर कुछ घरों में दिखते हैं छोटे छोटे प्यारे प्यारे मिट्टी के घर  माँ से पूछते हम क्यों नहीं बनाते ऐसे घर? माँ कहतीं हमें विरासत में नह...