Monday, 29 April 2019

नृत्य

नृत्य करती है
सृजन में डूबी हुई
एक पृथ्वी
तो बदलते है दिन
बीतता है समय !

नृत्य करती है
अवसाद में डूबी हुई
एक नर्तकी
तो भूल जाती है
दिन,समय और काल !

Twinkle Tomar Singh

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