एक चॉक फँसी थी
उसकी उंगलियों के बीच
एक सिगरेट फँसी थी
उसकी उंगलियों के बीच
चॉक फँसी उँगलियों ने
सिगरेट फँसी उंगलियों की ओर
एक इशारा किया
सिगरेट फँसी उँगलियों ने
तत्परता से
नीचे गिरा दी सिगरेट
उसने पैरों से मसल दी
चॉक फँसी उंगलियों को
सुकून था
वो मुक़ाम हासिल कर लेने का
कि कम से कम
एक सिगरेट का जहर
घटा सके
किसी के जीवन से
आंखों से आंखों तक
तय होता है
लिहाज़ का रिश्ता
कोमल सा !
~ Twinkle Tomar Singh
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