Tuesday 31 December 2019

प्रतिप्रश्न

समय को रोक लेना
अपने वश में होता
क्या रोक लेते ? 

उल्लास के पल
वेदना की घड़ियां
क्या पड़ाव सरीखे नहीं? 

अच्छा वर्ष छूट गया
विषाद क्यों
बुरा वर्ष बीत गया
हर्ष क्यों? 

जीवन यात्रा के
किस स्टेशन तक पहुँचे
क्या पता? 

कितनी दूरी 
अभी और शेष है
किसे अनुमान? 

उमंग मशक में 
शेष है अभी बहुत
क्या पर्याप्त नहीं?


#प्रतिप्रश्न

~ टि्वंकल तोमर सिंह,
    लखनऊ। 
    31/12/19

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