कम्पास का कांटा
उत्तर की ओर लगा रहा
जहाज के कप्तान को
दिशा भूलने का भय नहीं
मन में पड़ा एक कांटा
उसकी ओर लगा रहा
पोखर में डोली उसकी नाव
हर दिशा अस्थिर ही रही
©® टि्वंकल तोमर सिंह,लखनऊ।
दीवाली पर कुछ घरों में दिखते हैं छोटे छोटे प्यारे प्यारे मिट्टी के घर माँ से पूछते हम क्यों नहीं बनाते ऐसे घर? माँ कहतीं हमें विरासत में नह...
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