माना कि
जाने देना
सदा से आसान रहा है
मशकबीन पर
वापस बुला लेने वाली
संगीत-लहरी छेड़ने से
अपने अंदर के
उस छोटे से
छटपटाते हिस्से को
कैसे उत्तर देते हो
जो फुसफुसाता रहता है
'रोका क्यों नहीं?'
© ® टि्वंकल तोमर सिंह,लखनऊ।
1. नौ द्वारों के मध्य प्रतीक्षारत एक पंछी किस द्वार से आगमन किस द्वार से निर्गमन नहीं पता 2. कहते हैं संयोग एक बार ठक-ठक करता है फिर मुड़ कर...
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