Sunday, 3 April 2022

जीवशाला

रात कभी भी 
रंग नहीं छीन लेती...
स्याह दृश्यों को चाहिए 
थोड़ा सा उजाला...
और थोड़ा सा दृष्टिकोण! 
जीवन जीवशाला है
अँधेरी कोठरी...कभी नहीं..कभी नहीं... 

~ टि्वंकल तोमर सिंह 

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