फ़रिश्ता बनाम इंसान
फ़रिश्ते रिश्तों में कब बंध सके है भला
एक इंसान की ही तलब है हर किसी को
Twinkle Tomar
फ़रिश्ते रिश्तों में कब बंध सके है भला
एक इंसान की ही तलब है हर किसी को
Twinkle Tomar
1. नौ द्वारों के मध्य प्रतीक्षारत एक पंछी किस द्वार से आगमन किस द्वार से निर्गमन नहीं पता 2. कहते हैं संयोग एक बार ठक-ठक करता है फिर मुड़ कर...
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