Women's Day
कभी सोचा कि जब कोई निःसंतान दंपति किसी बच्चे को गोद लेने की सोचते है तो उनकी प्राथमिकता में लड़की क्यों होती है?
जबकि उन्हें अच्छे से पता है लड़की विवाह के बाद अपने घर चली जाएगी। या शायद मायके और ससुराल के बीच की जद्दोजहद में उन्हें उतना वक़्त न दे पाये।
इसलिये कि लड़की न केवल खिलाने में, दुलार करने में प्यारी होती है,वरन अपने अभिभावकों के प्रति ज़्यादा समर्पित होती है। एक स्त्री हृदय में ज्यादा ममता ,करुणा और दुलार होता है। सबसे बड़ी बात लड़कों की तरह उनके गलत संगति में पड़ने , सिगरेट शराब का शौक लगने, बवाल करने और बेवकूफ़ बनाने के कम चांस होते है।
जिस घर का आंगन लड़कियों से हरा भरा होता है
और अगर उसमें उनकी खिलखिलाहट गूंजती है
तो उस घर के आधे से ज्यादा वास्तु दोष यूँ ही मिट जाते है।
Twinkle Tomar
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