Wednesday 27 March 2019

रोटी

मैं गिन कर रोटी खाती थी
माँ लोई मोटी कर देती थी

Twinkle Tomar Singh

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द्वार

1. नौ द्वारों के मध्य  प्रतीक्षारत एक पंछी किस द्वार से आगमन किस द्वार से निर्गमन नहीं पता 2. कहते हैं संयोग एक बार ठक-ठक करता है फिर मुड़ कर...